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गुरुवार, 13 मई 2021

काला कवक क्या है, प्रकार, प्रणाली और सावधानी।

f क्या आप को पता हैं कि black fungus क्या है अगर नहीं तो आप के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि यह क्या है। 

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि  अपना प्यारा भारत पूरी तरह से कोविड 19 महामारी से जूझ  रहा है। इसी दौरान एक नई या यू कहे कि अपने  domant प्रभाव में एक दूसरी  बीमारी  ने भारत को पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया है। यह है  Black Fungus.  वैसे तो ये बीमारी पहले से ही उपस्थित है पर कोविड के कारण यह ज्यादा प्रभाव में आ गई हैं। यह अत्यंत भयानक ओर खतरनाक बीमारी हैं। आईए जानते है कि आखिरकार ब्लैक फंगस क्या है। 


ब्लैक फंगस क्या है और यह फंगस कहा पाया जाता हैं।

यह एक जानलेवा बिमारी है जो कि फंगस द्वारा फैलती हैं। इसका साइंटिफिक नाम mucormycosis है।इसका स्पीसीज ऑर्डर मुकोरल्स  है। ओर mucorales का ऑर्डर  zygomycetes fungi हैं इस बीमारी मै फंगस  शरीर के अंगों पर अटैक करके उन्हें पूरी तरह से खराब कर देेते ं ं है। फिर धीरे धीरे पूरे शरीर को अपनी चपेट मे ले लेते है। 
क्या आप जानते है कि यह फंगस कहा पाया जाता हैं। 
यह फंगस आमतौर पर प्लांट के कुछ भागों में  ओर ज्यादा पके हुए फल एवं सब्जियों में पाया जाता हैं।

  Black fungus के  प्रकार

यह बिमारी शरीर के किसी भी भाग को संक्रमित कर सकती है। लेकिन ज्यादातर यह कुछ ही भागो में  अपना असर दिखाती है।
जैसे  त्वचा, फेफड़ों,  आंखे, आदि। 
 मस्तिष्क  ब्लैक फंगस के कारण जीनस में इन्फेक्शन होता है, इंफेक्शन के ज्यादा फैलने से यह हमारे दिमाग़ तक पहुंच कर उसे नुक़सान पहुंचाता हैं।
Pulmonary (lungs) फेफड़े  जब यह बिमारी लंगस को अपनी चपेट में ले लेती हैं तो यह बहुत खतरनाक हो जाती हैं।  अनेक cases में तो यह कैंसर का कारण भी बन सकती हैं। इसके उपचार में डॉक्टरों  को बहुत से cases में ऑर्गन transplantation  करना पड़ता है।गैस्ट्रोइंटे्टाइनल मुकॉर्माइकोसिस यह ब्लैक फंगस का एक और  जानलेवा प्रकार है। 
कटानियस (त्वचा)  ज्यादातर जब ब्लैक फंगस के कारण स्किन डैमेज हो जाती हैं तो उसे कटानियस कहा जाता हैं। इसमें एक मात्र सर्जरी द्वारा ही मरीज की जान बचाई जा सकती है।  ज्यादातर यह उन्हें होता है जिनका imune systam कमजोर होता हैं।


ब्लैक फंगस के लक्षण

यदि यह ब्रेन में हुआ हैं तो इसके लक्षण यह हैं।
एक तरफ चेहरे की सूजन।
सरदर्द।
बुखार।
नाक के पुल या मुंह के ऊपरी हिस्से पर काले घाव जो जल्दी और अधिक गंभीर हो जाते हैं।
 यदि यह फेफड़े में हो जाएं तो इसके लक्षण
बुखार
खांसी
छाती में दर्द
सांस लेने में कठिनाई
पेट में दर्द और उल्टी
जठरांत्र रक्तस्राव

  ब्लैक फंगस से बचने के उपाय
स्वस्थ रहे।

सूद्ध  एवं साफ फलों का सेवन करें।
योग एवं व्यायाम करे।
यह बीमारी उन लोगों में अधिक पाई जाती है जो पहले से ही किसी बीमारी की चपेट में होते हैं और जिसके कारण उनका इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर हो गया हो ।
जैसे शुगर, HIV, AIDS,कोविड 19 जो बहुत तेज़ी से फेल रहा है। इसलिए इससे घबराना नहीं चाहिए बस अपना ध्यान रखिए एवं अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत रखे।





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